How to reduce tanning of face गर्मियों की कड़ी धूप से चेहरा टैनिंग होता है। टैनिंग चेहरे पर गहरे धब्बे बना देता है। ऐसे में कुछ घरेलू फेस पैक्स इस समस्या को दूर करते हैं।
Reduce tanning: टैनिंग त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं में से एक है। यह मौसम धूप के संपर्क में आने से त्वचा की रंगत गहरी होने लगती है, जिसे टैनिंग कहा जाता है। टैनिंग अधिकतर गालों और माथे पर दिखाई देता है। सूरज की घातक किरणें सिर्फ त्वचा को टैन करती हैं, बल्कि स्किन डैमेज भी करती हैं। साथ ही धूप से सन बर्न भी हो सकता है। यहां कुछ फेस पैक्स बनाने के तरीके दिखाए गए हैं जो टैनिंग को कम करते हैं और त्वचा को निखार देते हैं। इन घरेलू फेस पैक्स बनाने के तरीके सीखें।
How to reduce tanning of face
दही और टमाटर: इस फेस पैक बनाने के लिए दही और टमाटर चाहिए। यह फेस पैक एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर है और स्किन को लैक्टिक एसिड देता है, जो त्वचा को निखारने में प्रभावी है। पहले एक टमाटर लें और उसका रस निकाल लें। अब एक चम्मच दही डालकर अच्छी तरह से मिक्स करें। इस फेस पैक को २० मिनट तक चेहरे पर रखने के बाद धोकर हटा दें। त्वचा नरम होगी।
बेसन और हल्दी – यह हल्दी और बेसन फेस पैक चेहरे पर टैनिंग और डेड स्किन सेल्स को दूर करता है। 2 चम्मच बेसन और आधा चम्मच हल्दी एक कटोरी में डालें. फिर दूध के साथ फेस पैक तैयार करें। सूखने तक चेहरे पर लगाकर धोकर छुड़ा लें। इस पैक को चेहरे और पैरों की टैनिंग को दूर करने के लिए भी लगाया जा सकता है।
खीरा और आलू – खीरा और आलू का रस स्किन को हाइड्रेशन देते हैं और स्किन को ब्लीचिंग गुण देते हैं। इन दोनों चीजों का रस मिलाकर स्किन पर लगाना फायदेमंद होता है। खीरा और आलू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर चेहरे पर लगाएं. पंद्रह मिनट बाद धोकर साफ कर लें।
शहद और नींबू – नींबू के रस और शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर चेहरे पर लगाने के लिए आधा घंटे रखें, फिर धोकर हटा लें। स्किन को हल्के हाथों से धोएं। यह फेस पैक एक से दो बार हर हफ्ते लगाया जा सकता है।
पपीता और शहद – इस फेस पैक को बनाने के लिए पपीते के चार से पांच टुकड़े लेकर उन्हें मसलकर एक कटोरी में डाल दें. यह स्किन को एंटी-ऑक्सीडेंट और ब्लीचिंग गुण देता है। एक चम्मच शहद डालें और पेस्ट बना लें। 20 से 30 मिनट तक चेहरे पर इस पेस्ट लगाकर रखने के बाद धोकर हटा दें। त्वचा निखरती है।
टैनिंग क्यों होती है
- धूप की एक्सजीन: जब चेहरा सीधे सूर्य किरणों के साथ संपर्क में आता है, तो त्वचा की ऊपरी परत के अंदर मेलेनिन नामक एक रंगनिर्माता उत्पन्न होता है, जो त्वचा को सूर्य की हानिकारक अवधि से बचाने में मदद करता है।
- त्वचा की रक्षा: कई बार चेहरे की त्वचा को धूप में बिना किसी सूरक्षा के रख दिया जाता है, जिससे धूप के किरणों का प्रभाव पड़ता है और त्वचा का कालापन बढ़ जाता है।
- जीवाणुओं का असंतुलन: कई बार, त्वचा पर बैक्टीरिया के असंतुलन के कारण भी टैनिंग हो सकती है। यह अक्सर त्वचा के अंदरी संरचना में परिवर्तन के कारण होता है।
- अवसाद का प्रभाव: अधिक स्ट्रेस, अवसाद और थकान भी त्वचा के रंग को गहरा कर सकता है।
Disclaimer: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. kadakhabar.com इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.